जीवन जीना है तो जिंदगी को हर परिस्थितियों में हँसके मुस्कुराके जिये.. जीवन जीना है तो जिंदगी को हर परिस्थितियों में हँसके मुस्कुराके जिये..
अब आगे-आगे कैमरा और पीछे-पीछे वे लोग ! अब आगे-आगे कैमरा और पीछे-पीछे वे लोग !
मेरी पहली रचना मेरी लिखी हुई आठ लाइनों की कविता ' भूल जाते हैं हम '। मेरी रचना को लिखे मेरी पहली रचना मेरी लिखी हुई आठ लाइनों की कविता ' भूल जाते हैं हम '। मेरी रचना क...
मालूम नहीं क्यों लोग अपने बढ़ते घटते सामान के साथ रिश्तो को भी बढ़ाते घटाते रहते हैं ? मालूम नहीं क्यों लोग अपने बढ़ते घटते सामान के साथ रिश्तो को भी बढ़ाते घटाते रहते...
अगर पाठक रचना को सही तरह से पढ़कर एक स्टार देता है, तो मुझे शिकायत नहीं है। अगर पाठक रचना को सही तरह से पढ़कर एक स्टार देता है, तो मुझे शिकायत नहीं है।
"अब तुम जवाब दोगी मुझे, यही सीखके आई हो अपने घर से। "अब तुम जवाब दोगी मुझे, यही सीखके आई हो अपने घर से।